मुंबई में आंतकवादी हमलो ने एक बार फ़िर देश में आंतक की जड़े कितनी मजबूत है ये दिखा दिया है और हमेशा की तरह इसके लिए कितने तैयार थे ये तो पूरी दुनिया कोई ही पता चल गया......खैर इन हमलो कोई बात अगर मोटे तोंर पर आई है तो वो है .....हमारी खुफिया एजेंसियों की नाकामी.........एक बार फ़िर पड़ोसी देश ने अपना काम कर दिया लेकिन एक बार फ़िर जांच का हवाला देकर जनता को बेवकूफ बनाने का काम सियासत के नुमायिंदे नही कर पाए......देखते ही देखते.....शिवराज पाटिल.....आर आर पाटिल के नीचे से सियासत की गद्दी ऐसे निकली जैसे......गधे के सिर से सींग.......ये तो होना ही था पहले तो अपने काम पर धयान नही दिया......फ़िर बयानबाजी से बाज़ नही आए...
१.ऐसा नही है इतने बड़े शहर में एक आध हादसा हो जाता है.......आर आर पाटिल।
२.हमे पहले से इस बात की जानकारी थी की...समुंदरी रास्ते से कोई हमला हो सकता है...शिवराज पाटिल
१.ऐसा नही है इतने बड़े शहर में एक आध हादसा हो जाता है.......आर आर पाटिल।
२.हमे पहले से इस बात की जानकारी थी की...समुंदरी रास्ते से कोई हमला हो सकता है...शिवराज पाटिल
जब इतने बड़े हादसे के बाद इस तरह के बयान आयेंगे तो ये तो ऐसा हो गया जैसे किसी के जले पर नमक छिडकना....लेकिन इतने अनुभवी नेताओ को इसकी जानकारी कहा........वो तो बस इंतजार करते रहते है किसी और घटना का.........लेकिन मुंबई हादसों ने जो सबसे बड़ा काम किया वो तो ये था की......सोयी हुयी जनता को जगा दिया.....
हर बार की तरह नेताओ ने अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए पैसो को और दिखावे का सहारा लिया......इन हादसों में मरने वाले लोगो के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा कर डाली.......लेकिन हर बार ये नेता भूल जाते है की प्यार को पैसो से नही तौला जा सकता......
http://in.youtube.com/watch?v=x4IpW9lNhSM
लेकिन इस बार इन नेताओ की एक न चली.....किसी को घर से बेईज्ज़त करके निकाला गया तो किसी से जनता का आक्रोश नही संभाला गया तो भीघी बिल्ली की तराह भागते दिखे.............
लेकिन इन हादसों ने एक बार फ़िर कई घरो के चिराग बुझा दिए.....कई माँ कऐ लाडले अपने देश की रक्षा की खातिर शहीद हो गए.......मैं उन लोगो को शत शत प्रणाम करता हु जो इस देश की खातिर अपनी जान देने से भी नही घबराते...जय हिंद