Saturday, December 13, 2008

एक बार फ़िर

मुंबई में आंतकवादी हमलो ने एक बार फ़िर देश में आंतक की जड़े कितनी मजबूत है ये दिखा दिया है और हमेशा की तरह इसके लिए कितने तैयार थे ये तो पूरी दुनिया कोई ही पता चल गया......खैर इन हमलो कोई बात अगर मोटे तोंर पर आई है तो वो है .....हमारी खुफिया एजेंसियों की नाकामी.........एक बार फ़िर पड़ोसी देश ने अपना काम कर दिया लेकिन एक बार फ़िर जांच का हवाला देकर जनता को बेवकूफ बनाने का काम सियासत के नुमायिंदे नही कर पाए......देखते ही देखते.....शिवराज पाटिल.....आर आर पाटिल के नीचे से सियासत की गद्दी ऐसे निकली जैसे......गधे के सिर से सींग.......ये तो होना ही था पहले तो अपने काम पर धयान नही दिया......फ़िर बयानबाजी से बाज़ नही आए...



१.ऐसा नही है इतने बड़े शहर में एक आध हादसा हो जाता है.......आर आर पाटिल।

२.हमे पहले से इस बात की जानकारी थी की...समुंदरी रास्ते से कोई हमला हो सकता है...शिवराज पाटिल


जब इतने बड़े हादसे के बाद इस तरह के बयान आयेंगे तो ये तो ऐसा हो गया जैसे किसी के जले पर नमक छिडकना....लेकिन इतने अनुभवी नेताओ को इसकी जानकारी कहा........वो तो बस इंतजार करते रहते है किसी और घटना का.........लेकिन मुंबई हादसों ने जो सबसे बड़ा काम किया वो तो ये था की......सोयी हुयी जनता को जगा दिया.....


हर बार की तरह नेताओ ने अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए पैसो को और दिखावे का सहारा लिया......इन हादसों में मरने वाले लोगो के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा कर डाली.......लेकिन हर बार ये नेता भूल जाते है की प्यार को पैसो से नही तौला जा सकता......

http://in.youtube.com/watch?v=x4IpW9lNhSM
लेकिन इस बार इन नेताओ की एक न चली.....किसी को घर से बेईज्ज़त करके निकाला गया तो किसी से जनता का आक्रोश नही संभाला गया तो भीघी बिल्ली की तराह भागते दिखे.............


लेकिन इन हादसों ने एक बार फ़िर कई घरो के चिराग बुझा दिए.....कई माँ कऐ लाडले अपने देश की रक्षा की खातिर शहीद हो गए.......मैं उन लोगो को शत शत प्रणाम करता हु जो इस देश की खातिर अपनी जान देने से भी नही घबराते...जय हिंद

10 comments:

प्रवीण त्रिवेदी said...

हिन्दी ब्लॉग जगत में प्रवेश करने पर आप बधाई के पात्र हैं / आशा है की आप किसी न किसी रूप में मातृभाषा हिन्दी की श्री-वृद्धि में अपना योगदान करते रहेंगे!!!


प्राइमरी का मास्टर का पीछा करें

सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी said...

विचारों की इस रोचक दुनिया में आपका स्वागत है। शुरुआत अच्छी है। उम्मीद है आप इस बौद्धिक अनुष्ठान में उत्कृष्ट योगदान करने में सफल होंगे।

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

बिल्कुल सही कथन
हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है

खूब लिखें,अच्छा लिखें

shama said...

Pls ye word verification hata den...4thi bareeme post kar paayi hun...!

Unknown said...

हिन्दी ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है, मेरी शुभकामनायें… एक अर्ज है कि कृपया वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें, ताकि टिप्पणी करने में कोई बाधा न हो… धन्यवाद।

संगीता पुरी said...

बहुत सुंदर...आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है.....आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे .....हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

!!अक्षय-मन!! said...

bilkul sahi kaha.......
aapne...


अक्षय-मन

हें प्रभु यह तेरापंथ said...

हिन्दी ब्लॉग जगत में प्रवेश करने पर आपका हार्दिक स्वागत है। लिखते रहे। समय निकालकर मेरे ब्लोग पर आये.

प्रदीप मानोरिया said...

स्वागत है आपका ब्लॉग जगत में
मेरे ब्लॉग परभी पधारें

ज्योत्स्ना पाण्डेय said...
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